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गर्भाशय (Uterus) का इन्फेक्शन

समझें गर्भाशय (Uterus) का इन्फेक्शन: कारण, लक्षण और इलाज

| 12 Aug 2024 | 4194 Views |

परिचय

कभी सोचा है कि गर्भाशय (uterus) का इन्फेक्शन क्या होता है? ये एक ऐसा condition है, जिसमें बैक्टीरिया (bacteria) या अन्य microorganisms गर्भाशय में घुस जाते हैं, जिससे inflammation और दर्द हो सकता है। अगर इसको नजरअंदाज किया जाए, तो ये फर्टिलिटी (fertility) से जुड़ी गंभीर complications पैदा कर सकता है। तो चलिए, हम इसे आसान भाषा में समझते हैं कि गर्भाशय का इन्फेक्शन कैसे होता है, इसके लक्षण क्या होते हैं और इसका इलाज कैसे किया जा सकता है।

गर्भाशय (Uterus) का इन्फेक्शन कैसे होता है?

गर्भाशय का इन्फेक्शन ज्यादातर बैक्टीरिया के reproductive system में घुसने से होता है। आइए देखते हैं कि इसके पीछे कौन-कौन से कारण हो सकते हैं:

1. सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन (STIs): क्लैमाइडिया (Chlamydia) और गोनोरिया (Gonorrhea) आमतौर पर इसके लिए जिम्मेदार होते हैं।
2. बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial Vaginosis): जब वेजाइना (vagina) में बैक्टीरिया का बैलेंस बिगड़ जाता है, तो इससे गर्भाशय में इन्फेक्शन हो सकता है।
3. सर्जिकल कॉम्प्लिकेशन्स: जैसे सिजेरियन सेक्शन (C-section) या IUD insertion से बैक्टीरिया गर्भाशय में पहुंच सकता है।
4. गर्भपात या अबॉर्शन: अगर miscarriage या abortion के बाद गर्भाशय पूरी तरह से साफ नहीं हुआ, तो इन्फेक्शन हो सकता है।
5. चाइल्डबर्थ: बच्चे के जन्म के दौरान भी बैक्टीरिया गर्भाशय में पहुंच सकता है, जिससे postpartum uterine infection हो सकता है।

गर्भाशय इन्फेक्शन के लक्षण (Symptoms)

गर्भाशय के इन्फेक्शन के लक्षण पहले-पहले तो बहुत subtle होते हैं, लेकिन कुछ संकेत हैं जिन्हें ध्यान में रखना चाहिए:

  • निचले पेट में दर्द: ये सबसे common symptom है, जो dull ache या sharp pain जैसा महसूस होता है।
  • असामान्य वेजाइनल डिस्चार्ज: अगर डिस्चार्ज का रंग, consistency या smell अजीब है, तो ये इन्फेक्शन का संकेत हो सकता है।
  • बुखार और ठंड लगना: अगर आपको बुखार या ठंड लग रही है, तो ये इन्फेक्शन की निशानी हो सकती है।
  • पेशाब के दौरान दर्द: अगर पेशाब करते वक्त जलन महसूस होती है, तो इन्फेक्शन फैल सकता है।
  • सेक्स के दौरान दर्द: अगर सेक्स करते समय discomfort हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें।

गर्भाशय इन्फेक्शन की पहचान (Diagnosis)

अगर आपको गर्भाशय के इन्फेक्शन का शक है, तो डॉक्टर से मिलना बहुत जरूरी है। डॉक्टर इन तरीकों से इन्फेक्शन की जांच करेंगे:

  • पेल्विक एग्जाम (Pelvic Exam): पेट में सूजन और tenderness की जांच।
  • अल्ट्रासाउंड (Ultrasound): गर्भाशय की साफ तस्वीर देखने के लिए।
  • एंडोमेट्रियल बायोप्सी (Endometrial Biopsy): एक छोटा tissue sample लेकर इन्फेक्शन का कारण जानने की कोशिश।
  • ब्लड टेस्ट: इन्फेक्शन के संकेत जैसे white blood cell count की जांच।

गर्भाशय इन्फेक्शन का इलाज (Treatment)

गर्भाशय का इन्फेक्शन समय पर इलाज से ठीक हो सकता है। आइए जानते हैं कि डॉक्टर क्या सलाह दे सकते हैं:

1. एंटीबायोटिक्स (Antibiotics): ज्यादातर मामलों में, एंटीबायोटिक्स का कोर्स दिया जाता है। ध्यान रहे कि कोर्स पूरा करना बहुत जरूरी है, चाहे लक्षण पहले ही ठीक हो जाएं।
2. अस्पताल में भर्ती: गंभीर मामलों में, intravenous antibiotics और निगरानी के लिए hospital में भर्ती की जरूरत हो सकती है।
3. सर्जरी (Surgery): अगर इन्फेक्शन की वजह से abscess बन जाता है, तो सर्जरी करके infected tissue को निकालना पड़ सकता है।
4. फॉलो-अप केयर: इन्फेक्शन पूरी तरह से ठीक हुआ या नहीं, ये जानने के लिए regular follow-ups जरूरी हैं।

बचाव के उपाय (Prevention Tips)

गर्भाशय के इन्फेक्शन से बचने के लिए कुछ अच्छी आदतें अपनाई जा सकती हैं:

  • सेफ सेक्स (Safe Sex) का पालन करें: कंडोम का उपयोग करने से STIs का खतरा कम हो जाता है।
  • रेगुलर स्क्रीनिंग: नियमित चेक-अप और STIs की जांच जल्दी इन्फेक्शन को पकड़ सकती है।
  • हाइजीन का ख्याल रखें: personal hygiene maintain करें, खासकर menstruation के दौरान, इससे इन्फेक्शन का खतरा कम होता है।

गर्भाशय इन्फेक्शन का एक छोटा Recap

गर्भाशय के इन्फेक्शन में early detection और treatment बहुत जरूरी है। एक नजर में:

  • कारण: STIs, बैक्टीरिया का imbalance, surgical complications, childbirth, miscarriage/abortion।
  • लक्षण: पेट में दर्द, unusual discharge, बुखार, painful urination, सेक्स के दौरान discomfort।
  • इलाज: Antibiotics, अस्पताल में भर्ती, और सर्जरी की जरूरत।
  • बचाव: Safe sex practices, regular screenings, अच्छी hygiene।

निष्कर्ष (Conclusion)

गर्भाशय का इन्फेक्शन serious होता है, लेकिन अगर समय पर पकड़ा जाए तो manageable भी है। इसके कारण, लक्षण और इलाज को समझना आपके reproductive health को सुरक्षित रखने के लिए पहला कदम है। और याद रखें, अगर आपको कोई doubt हो, तो हमेशा healthcare professional से सलाह लें।

FAQs About गर्भाशय इन्फेक्शन

हाँ, अगर इन्फेक्शन का समय पर इलाज न हो तो ये fallopian tubes में scarring और blockages पैदा कर सकता है, जिससे infertility हो सकती है।

ज्यादातर गर्भाशय के इन्फेक्शन antibiotics शुरू करने के कुछ दिनों बाद ठीक होने लगते हैं, लेकिन पूरा कोर्स करना जरूरी है ताकि इन्फेक्शन पूरी तरह से खत्म हो जाए।

हाँ, safe sex practices, अच्छी hygiene और regular screenings से आप गर्भाशय के इन्फेक्शन के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

अगर untreated रह जाए, तो गर्भाशय का इन्फेक्शन chronic pelvic pain, infertility और ectopic pregnancy जैसे serious complications पैदा कर सकता है।

कुछ home remedies से symptoms में थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन ये medical treatment का substitute नहीं हैं। अगर आपको इन्फेक्शन का शक है, तो हमेशा डॉक्टर से सलाह लें।

About The Author
Dr. Richika Sahay

MBBS (Gold Medalist), DNB (Obst & Gyne), MNAMS, MRCOG (London-UK), Fellow IVF, Fellow MAS, Infertility (IVF) Specialist & Gynae Laparoscopic surgeon,[Ex AIIMS & Sir Gangaram Hospital, New Delhi]. Read more about me

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