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HIV और AID

HIV और AIDS में क्या अंतर है: आसान भाषा में समझें

| 14 Sep 2024 | 2053 Views |

Introduction

HIV और AIDS – ये दोनों शब्द सुनते ही दिमाग में कई सवाल आते हैं। लेकिन, असल में ये दोनों अलग-अलग चीज़ें हैं। बहुत सारे लोग इन दोनों को एक ही समझ लेते हैं। लेकिन HIV और AIDS में बड़ा फर्क है। इस ब्लॉग में हम आपको बहुत ही सरल और आम भाषा में इन दोनों के बीच का फर्क समझाएंगे, ताकि आपको आसानी से समझ में आ सके।

तो चलिए, सीधे मुद्दे पर आते हैं और जानते हैं कि HIV और AIDS में क्या अंतर है। इससे आपको न सिर्फ जानकारी मिलेगी, बल्कि आप किसी और की भी मदद कर सकेंगे।

HIV और AIDS में क्या अंतर है?

सबसे पहले बात करते हैं कि HIV और AIDS का मतलब क्या होता है। HIV (Human Immunodeficiency Virus) एक वायरस है जो आपके शरीर के इम्यून सिस्टम (Immune System) को कमजोर कर देता है। AIDS (Acquired Immunodeficiency Syndrome) वो स्टेज है जब आपके शरीर का इम्यून सिस्टम इतना कमजोर हो जाता है कि साधारण बीमारियों से भी लड़ना मुश्किल हो जाता है।

अब इसे थोड़ा और आसान तरीके से समझें:

  • HIV: ये एक वायरस है जो शरीर में इन्फेक्शन करता है।
  • AIDS: जब HIV वायरस बहुत लंबे समय तक इलाज नहीं होता, तो शरीर में AIDS की स्थिति बन जाती है।

मतलब कि HIV और AIDS जुड़े हुए हैं, लेकिन दोनों एक नहीं हैं। AIDS तभी होता है जब HIV का इलाज समय पर नहीं किया जाता।

HIV से AIDS कैसे बनता है?

HIV धीरे-धीरे आपके इम्यून सिस्टम पर असर डालता है। ये आपके शरीर के CD4 सेल्स (T cells) को टार्गेट करता है, जो कि आपके शरीर की रक्षा प्रणाली का हिस्सा होते हैं। जब HIV बहुत सारे CD4 सेल्स को खत्म कर देता है, तो आपका शरीर छोटी-छोटी बीमारियों से भी नहीं लड़ पाता और अगर इलाज नहीं हुआ, तो यही HIV आगे चलकर AIDS बन सकता है।

HIV से AIDS बनने के स्टेप्स कुछ इस तरह हैं:

1. HIV इन्फेक्शन: वायरस शरीर में प्रवेश करता है और इम्यून सिस्टम को धीरे-धीरे कमजोर करता है।
2. असिम्प्टोमैटिक स्टेज: इस स्टेज में आपको सालों तक कोई लक्षण महसूस नहीं होते, लेकिन HIV आपके शरीर में एक्टिव रहता है।
3. सिम्प्टोमैटिक स्टेज: इम्यून सिस्टम और कमजोर होता है, जिससे छोटी बीमारियाँ होने लगती हैं।
4. AIDS: इम्यून सिस्टम बहुत ज्यादा कमजोर हो जाता है और जानलेवा बीमारियों का सामना करना पड़ता है।

HIV का इलाज: AIDS को कैसे रोका जा सकता है?

अच्छी खबर ये है कि HIV का इलाज (Treatment) अब मुमकिन है। इसे एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART) कहा जाता है। यह थेरेपी HIV के प्रभाव को रोक देती है, जिससे ये AIDS में बदलने से बचा जा सकता है।

अगर सही समय पर ART शुरू कर दी जाए, तो HIV इतना कंट्रोल में आ जाता है कि यह खून में Undetectable हो जाता है। मतलब, यह औरों को भी ट्रांसफर नहीं होता। क्या यह कमाल की बात नहीं है?

HIV और AIDS में प्रमुख अंतर

चलिए एक सरल टेबल के जरिये HIV और AIDS के बीच के अंतर को और साफ करते हैं:

HIV AIDS
HIV एक वायरस है जो शरीर में इन्फेक्शन करता है। AIDS एक स्थिति है जो HIV के इलाज न होने से होती है।
ये धीरे-धीरे इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है। इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर हो जाता है।
HIV के साथ लोग लम्बी और स्वस्थ ज़िंदगी जी सकते हैं। AIDS जानलेवा स्थिति हो सकती है।
HIV के लक्षण हमेशा दिखाई नहीं देते। AIDS में गंभीर लक्षण और बीमारियाँ होती हैं।
ART (Antiretroviral Therapy) से HIV कंट्रोल किया जा सकता है। AIDS तब होता है जब HIV का इलाज न हो।

जल्दी टेस्टिंग और ट्रीटमेंट का महत्व

HIV और AIDS में सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है जल्दी पहचान और इलाज। HIV टेस्ट करना बहुत ज़रूरी है ताकि समय रहते इलाज शुरू किया जा सके। अगर HIV का जल्दी पता चल जाए और ART शुरू कर दी जाए, तो यह AIDS में बदलने से रोका जा सकता है।

इसलिए, जो लोग जोखिम में हैं, उन्हें HIV टेस्ट कराना बेहद ज़रूरी है। जल्दी इलाज शुरू करने से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत रहेगा और आप लंबी और स्वस्थ ज़िंदगी जी सकते हैं।

Conclusion

HIV और AIDS में फर्क समझना बहुत जरूरी है। HIV एक वायरस है जिसे कंट्रोल किया जा सकता है, जबकि AIDS एक ऐसी स्थिति है जो HIV के इलाज न होने पर होती है। अगर HIV का जल्दी पता चल जाए और इलाज शुरू हो जाए, तो AIDS से बचा जा सकता है।

अगर आपको लगता है कि आप जोखिम में हैं, तो तुरंत HIV टेस्ट करवाएं। जल्दी पहचान और इलाज से आप स्वस्थ और लंबी ज़िंदगी जी सकते हैं।

FAQs

HIV एक वायरस है जो आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है, जबकि AIDS HIV के आखिरी स्टेज पर होता है जब इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर हो जाता है।

नहीं, AIDS तब होता है जब HIV का इलाज नहीं किया जाता। अगर HIV का सही समय पर इलाज किया जाए, तो AIDS होने से बचा जा सकता है।

AIDS का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसे रोका जा सकता है। अगर HIV का जल्दी इलाज किया जाए, तो AIDS नहीं होता।

About The Author
Dr. Richika Sahay

MBBS (Gold Medalist), DNB (Obst & Gyne), MNAMS, MRCOG (London-UK), Fellow IVF, Fellow MAS, Infertility (IVF) Specialist & Gynae Laparoscopic surgeon,[Ex AIIMS & Sir Gangaram Hospital, New Delhi]. Read more about me

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