Generic selectors
Exact matches only
Search in title
Search in content
Post Type Selectors
गर्भाशय (Uterus) निकाला जा सकता है

क्या गर्भाशय (Uterus) निकाला जा सकता है? समझिए गर्भाशय (Uterus) Removal कैसे होता है

| 13 Aug 2024 | 38290 Views |

Introduction

क्या आपने कभी सोचा है, “क्या गर्भाशय (Uterus) निकाला जा सकता है?”  इसका simple answer है हाँ! गर्भाशय (Uterus) removal, जिसे चिकित्सा भाषा में हिस्टेरेक्टॉमी (Hysterectomy) कहते हैं, एक आम surgery है। पर ये कैसे होता है, और किसलिए इसकी जरूरत पड़ती है? चलिए, सरल भाषा में इसको समझते हैं।

गर्भाशय (Uterus) Removal Surgery क्या है?

गर्भाशय (Uterus) removal surgery, जिसे हिस्टेरेक्टॉमी (Hysterectomy) कहते हैं, एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक महिला का गर्भाशय (Uterus) निकाला जाता है। ये surgery कई कारणों से की जा सकती है, जैसे:

  • गर्भाशय में फाइब्रॉइड्स (Uterine Fibroids): ये गैर-कैंसरकारी growths होते हैं जो अत्यधिक रक्तस्राव (heavy bleeding) और दर्द का कारण बन सकते हैं।
  • एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis): यह स्थिति तब होती है जब गर्भाशय (Uterus) की आंतरिक परत (lining) का ऊतक (tissue) बाहर की ओर बढ़ता है, जिससे गंभीर दर्द (severe pain) होता है।
  • कैंसर (Cancer): अगर महिला को गर्भाशय (Uterus), गर्भाशय ग्रीवा (Cervix), या अंडाशय (Ovaries) का कैंसर हो, तो गर्भाशय (Uterus) को निकालना जीवन रक्षक विकल्प हो सकता है।
  • पुरानी श्रोणि दर्द (Chronic Pelvic Pain): अगर श्रोणि (Pelvic) में बहुत समय से दर्द हो रहा हो और किसी भी उपचार से ठीक नहीं हो रहा हो, तो हिस्टेरेक्टॉमी (Hysterectomy) का विकल्प लिया जा सकता है।
  • गर्भाशय का ढीला होना (Prolapsed Uterus): जब गर्भाशय (Uterus) योनि (Vaginal) नहर में खिसक जाता है, तो असुविधा होती है और इसे निकालने की आवश्यकता हो सकती है।

गर्भाशय (Uterus) Removal कैसे किया जाता है?

अब जब हमें पता चल गया कि गर्भाशय (Uterus) क्यों निकाला जाता है, तो चलिए जानते हैं कि ये कैसे किया जाता है।

1. हिस्टेरेक्टॉमी (Hysterectomy) के प्रकार

हिस्टेरेक्टॉमी (Hysterectomy) के विभिन्न प्रकार होते हैं, जो हटाने की सीमा (extent) पर निर्भर करते हैं:

  • कुल हिस्टेरेक्टॉमी (Total Hysterectomy): इसमें पूरा गर्भाशय (Uterus), जिसमें गर्भाशय ग्रीवा (Cervix) भी शामिल है, निकाला जाता है।
  • आंशिक (या सबटोटल) हिस्टेरेक्टॉमी (Partial या Subtotal Hysterectomy): इसमें गर्भाशय (Uterus) का ऊपरी भाग निकाला जाता है, जबकि गर्भाशय ग्रीवा (Cervix) बरकरार रहता है।
  • रैडिकल हिस्टेरेक्टॉमी (Radical Hysterectomy): इस व्यापक surgery में गर्भाशय (Uterus), उसके आसपास का ऊतक (tissue), योनि (Vagina) का कुछ भाग, और कभी-कभी अंडाशय (Ovaries) और फैलोपियन ट्यूब्स (Fallopian Tubes) भी निकाली जाती हैं, जो आमतौर पर कैंसर के इलाज के लिए की जाती है।

2. शल्य चिकित्सा के तरीके (Surgical Methods)

गर्भाशय (Uterus) को निकालने का तरीका रोगी की स्थिति, उम्र, और चिकित्सा इतिहास पर निर्भर करता है। यहाँ कुछ सामान्य approaches हैं:

  • एब्डॉमिनल हिस्टेरेक्टॉमी (Abdominal Hysterectomy): गर्भाशय (Uterus) को पेट (Abdomen) में एक बड़ी चीरा (Incision) से निकाला जाता है। यह तरीका तब इस्तेमाल होता है जब गर्भाशय (Uterus) बड़ा हो जाता है।
  • वेजाइनल हिस्टेरेक्टॉमी (Vaginal Hysterectomy): गर्भाशय (Uterus) को योनि (Vagina) के जरिए निकाला जाता है। यह तरीका कम invasive है और इसका recovery time आमतौर पर जल्दी होता है।
  • लेप्रोस्कोपिक हिस्टेरेक्टॉमी (Laparoscopic Hysterectomy): पेट (Abdomen) में छोटे-छोटे चीरे (Incisions) किए जाते हैं, और गर्भाशय (Uterus) को कैमरा (Camera) और विशेष उपकरणों (Special Instruments) की मदद से निकाला जाता है। यह तरीका minimally invasive है और recovery जल्दी होती है।

गर्भाशय (Uterus) Removal के बाद Recovery

Recovery का समय हिस्टेरेक्टॉमी (Hysterectomy) के प्रकार पर निर्भर करता है। सामान्यतः:

  • एब्डॉमिनल हिस्टेरेक्टॉमी (Abdominal Hysterectomy): Recovery में 6-8 हफ्ते लगते हैं।
  • वेजाइनल या लेप्रोस्कोपिक हिस्टेरेक्टॉमी (Vaginal या Laparoscopic Hysterectomy): Recovery में आमतौर पर 3-4 हफ्ते लगते हैं।

Recovery के दौरान, अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करना, भारी सामान उठाने से बचना, और धीरे-धीरे सामान्य गतिविधियों में लौटना ज़रूरी है।

निष्कर्ष

तो, क्या गर्भाशय (Uterus) निकाला जा सकता है? बिल्कुल। गर्भाशय (Uterus) removal एक well-established प्रक्रिया है जो कई चिकित्सा स्थितियों से राहत प्रदान कर सकती है। कारणों और तरीकों को समझकर, आप एक सूचित निर्णय ले सकते हैं। हमेशा अपने स्वास्थ्य पेशेवर से सलाह लें और अपनी स्थिति के लिए सबसे अच्छा विकल्प चुनें।

FAQs

हाँ, कई मामलों में हिस्टेरेक्टॉमी (Hysterectomy) के दौरान अंडाशय (Ovaries) को बरकरार रखा जाता है। इससे हार्मोन उत्पादन (Hormone Production) बना रहता है और early menopause को रोका जा सकता है।

हाँ, गर्भाशय (Uterus) removal सामान्यतः सुरक्षित होता है, लेकिन किसी भी surgery की तरह इसमें कुछ जोखिम (Risks) होते हैं। संभावित जोखिम और लाभ के बारे में अपने डॉक्टर से चर्चा करना ज़रूरी है।

नहीं, गर्भाशय (Uterus) निकालने के बाद pregnancy संभव नहीं होती। अगर प्रजनन क्षमता (Fertility) को बनाए रखना महत्वपूर्ण है, तो surgery से पहले अन्य विकल्पों पर विचार करना चाहिए।

सामान्यतः surgery में 1-2 घंटे लगते हैं, लेकिन समय अवधि का निर्धारण method और रोगी की स्थिति के आधार पर होता है।

हाँ, स्थिति के आधार पर, दवाएं, गर्भाशय धमनी बंद करना (Uterine Artery Embolization), या कम invasive surgery जैसे विकल्पों पर विचार किया जा सकता है। हमेशा अपने स्वास्थ्य प्रदाता से इन विकल्पों की चर्चा करें।

About The Author
Dr. Richika Sahay

MBBS (Gold Medalist), DNB (Obst & Gyne), MNAMS, MRCOG (London-UK), Fellow IVF, Fellow MAS, Infertility (IVF) Specialist & Gynae Laparoscopic surgeon,[Ex AIIMS & Sir Gangaram Hospital, New Delhi]. Read more about me

We are one of the Best IVF Clinic in India!

At India IVF Clinics we provide the most comprehensive range of services to cover all the requirements at a Fertility clinic including in-house lab, consultations & treatments.

    As per ICMR and PCPNDT Guidelines No Pre Natal Sex Determination is done at India IVF Clinic    As per ICMR and PCPNDT Guidelines Genetic Counselling can only be done in person
    Shop
    Search
    Account
    Cart